Tuesday, 14 April 2015

जैसे

मोह का धागा
जैसे 
रूह से जुदा तारा 

होटों पे मुस्कान 
जैसे 
खिलखिलाता हो आसमान 

सुकून की सांस 
जैसे  
पानी से बुझे प्यास 

संगीत का सुर 
जैसे 
धडकनों से बना गुरूर 

फूलों का रंग 
जैसे 
जीने का ढंग 

रंगों का एहसास 
जैसे 
प्यार का आभास 

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