Friday 13 February 2015

कुछ!

कुछ शब्द
कुछ रंग
कुछ सुर
कुछ ताल
कुछ इश्क
कुछ आग़ाज़
कुछ धोखे
कुछ भरोसा
कुछ जज़बात
कुछ राज़
कुछ खवाब
कुछ तकरार
कुछ वक़्त
कुछ तिरस्कार
कुछ इश्क
कुछ इंसान
शायद यह ही 'कुछ ' है इस संसार का आधार!

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